किसी और दिन तुम देना मुझे धमकी चाँद रौशन हुआ तुम खोलो तो खिड़की। किसी और दिन तुम देना मुझे धमकी चाँद रौशन हुआ तुम खोलो तो खिड़की।
भूल मत पर रात तो खुद एक टीका है, वो चाँद ही है जिसे लगता है ग्रहण...! भूल मत पर रात तो खुद एक टीका है, वो चाँद ही है जिसे लगता है ग्रहण...!
चँदा मामा प्यारे मामा... चँदा मामा प्यारे मामा...
और इसी तरह चार दिन की चांदनी के बाद मेरी पांचवी रात फिर रह गयी अंधेरी ? और इसी तरह चार दिन की चांदनी के बाद मेरी पांचवी रात फिर रह गयी अंधेरी ?
"मैं अक्सर जब लिखने बैठता हूँ,वह मेरे साथ बैठ जाया करती है.दीदी,मेरी छोटी बहन.मैं कुछ लिखता हूँ और व... "मैं अक्सर जब लिखने बैठता हूँ,वह मेरे साथ बैठ जाया करती है.दीदी,मेरी छोटी बहन.मै...
क्यूँ करे तलाश मितवा कोई जब खुद चाँद-तारे ही बहलाते हों दिल ! क्यूँ करे तलाश मितवा कोई जब खुद चाँद-तारे ही बहलाते हों दिल !